Flour And Dal Mills Closed In Delhi दिल्ली के ज्यादातर व्यापारियों और कारोबारियों का मानना है कि वस्तु एवं सेवाकर (Goods and Service Tax) से जुड़ी
यह दिक्कत दूर नहीं हुई तो यह परेशानी भविष्य में व्यापारियों के लिए मुसीबत बन जाएगीFlour And Dal Mills Closed In Delhi :
वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Service Tax) में तथाकथित खामियों को लेकर पिछले काफी समय से व्यापारी अपना विरोध दर्ज कराते रहे हैं।
इसी कड़ी में जीएसटी के विरोध में शनिवार को दिल्ली में सभी आटा और दाल मिलें बंद रहेंगी। इस बाबत व्यापारिक संगठनों की ओर से पहले ही जानकारी दे दी गई है।
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल (बीयूवीएम) ने दिल्ली में यह बंद बुलाया है। वहीं, संगठन का यह भी दावा है कि उनके बंद से आम नागरिक को कोई परेशानी नहीं होगी। यह बंद राष्ट्रीय स्तर पर भी होगी।
उधर, दिल्ली के थोक अनाज बाजार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि पुरानी दिल्ली स्थित नया बाजार के एक हजार से अधिक थोक अनाज व्यापारी भी अपने कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रखकर विरोध को समर्थन देंगे।
व्यापारियों का मानना है कि पूर्व में बिना ब्रांड वाले फूड ग्रेन पहले जीएसटी के दायरे से बाहर थे, लेकिन अब इन्हें भी इसके दायरे में ला दिया गया है।
जाहिर है कि इससे सबसे अधिक प्रभावित छोटे मिलर्स और व्यापारी होंगे। उन पर कागजी लिखापढ़ी के बोझ के साथ टैक्स का भार बढ़ेगा।
इससे व्यापारियों को दिक्कत आएगी और उनका कामकाज भी प्रभावित होगी। बंद को दिल्ली के मिलर्स के साथ गल्ला व्यापारियों का भी समर्थन मिल रहा है।
बंद को बीयूवीएम के प्रदेश महामंत्री हेमंत गुप्ता और दिल्ली ग्रेन मर्चेट एसोसिएशन, नया बाजार के अध्यक्ष नरेश गुप्ता का भी समर्थन हासिल है। उनका कहना है कि
उनसे संबंधित बाजार की सभी दुकानें बंद रहेंगी। दिल्ली-एनसीआर में गल्ला गोदामों को भी बंद रखने का फैसला किया गया है।
उधर, बवाना निर्माता कल्याण एसोसिएशन के अध्यक्ष व सीटीआइ के फ्लोर मिल विंग के अध्यक्ष राजीव गोयल ने बताया कि
दिल्ली में 125 से अधिक फ्लोर मिल जो शनिवार को बंद रहेंगी। उनका कहना है कि हमारी दिक्कत दूर होनी चाहिए, वरना हमें भविष्य में जीएटी के लिए परेशान होना पड़ेगा।